`पुरवाई' में रम्य-रचना : "रंगों का पंचांग"
यू.के. हिन्दी समिति की त्रैमासिक पत्रिका `पुरवाई' के अप्रैल - जून 2011 अंक में मेरी एक बहुत पुरानी (वर्ष 2000 में लिखी) रम्य-रचना ( कहानी + ललित निबंध ) "रंगों का पंचांग" प्रकाशित हुई है।
मुझे आज अगले अंक अर्थात् (जुलाई - सितंबर 2011) में प्रकाशित पत्रों को पढ़ने के बाद इस बात का पता चला। सो सहेज रही हूँ।
रचना का मूल पाठ आप यहाँ क्लिक कर पढ़ें ।
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