गुरुवार, 9 मई 2013

कविता का मन

कविता का मन : कविता वाचक्नवी


2-4 महीनों से सुपुत्र के कार्यक्रम लंदन के प्रतिष्ठित स्थलों पर लगभग क्रम से आयोजित होते रहे हैं। यों तो लगभग वर्ष-भर से वह कार्यक्रम देता आ रहा था किन्तु इस मार्च अंत में O2 Academy Islington के कार्यक्रम में मैं भी पहली बार उसके दर्शकों-श्रोताओं में भाग लेने पहुँची क्योंकि उस दिन बेटे की पहली EP का लोकार्पण भी कार्यक्रम से पूर्व होने वाला था जो उसी दिन ( 28 मार्च को)  उसके 'शो' से पूर्व सम्पन्न  हुआ। ... माँ के रूप में ये अत्यन्त गौरवशाली क्षण थे बेटे के सपनों के पहले चरण को साकार होते देखना। तैयार EP का पहला 'सेट' बेटे ने लाकर मेरे ही हाथों में सौंपा था। 

 बाद में उसे प्रस्तुति देते देख, वहाँ पूरा समय उस घड़ी को याद करती रही जब नन्हें-से अपने सुपुत्र को पहली बार मंच पर खड़ा करने के लिए गोद से उतारा था और वह था कि मेरी उंगली ही नहीं छोड़ता था। 

जितना रोमांच एक माँ को उस नन्हें बालक को मंच पर देखा कर हुआ होगा कुछ वैसा ही रोमांच 'मेटल बैंड' के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुके और अपने बैंड के संस्थापक के रूप में बेटे को मंच पर प्रस्तुति देते देखकर हुआ था। 

इस बात का एक सुखद पक्ष और यह भी है कि मेरा यह बेटा अपने बैंड व अपनी EP आदि के सब गीत स्वयं लिखता है, यह बात मुझे अधिक आह्लादित करती है।

इन चले आ रहे कार्यक्रमों के क्रम में बेटे का एक भव्य कार्यक्रम Nambucca London में गत माह आयोजित हुआ था। उसका एक अंश यहाँ देखा जा सकता है -

अधिक जानकारी व उसके शेष वीडियोज़ (जो अब तक 24 हैं) के लिए यहाँ देखा जा सकता है - 








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