बुधवार, 18 नवंबर 2009

भारतीय भाषाओं की कम्प्यूटिंग : लिप्यन्तरण




परसों तथा कल उठाए गए विषय पर अभी विचार विमर्श की प्रक्रिया चल ही रही है, इसी कारण मुझे तद्विषयक सम्बंधित जानकारी के लिए पुन: लिखना आवश्यक लग रहा है |


कल उल्लिखित लिप्यन्तरण संसाधनों के विषय में मेरे एक सम्मानित व सम्बंधित विषय में दिन रात जुटे रहने वाले वरिष्ठ मित्र का ईमेल मिला; जिसका यथावत पाठ यह है -


अरुण को संबोधित कविता जी के इस मेल में भारतीय भाषाओं की लिपियों में लिप्यंतरण के बहुत से रहस्यों को खोला गया है. लेकिन दो प्रश्न मेरे सामने अभी भी अनुत्तरित हैं.


१. सीडैक द्वारा विकसित लीप ऑफ़िस या आई-लीप में उर्दू को छोड़कर अन्य सभी भारतीय भाषाओं की लिपियों में परस्पर लिप्यंतरण की सुविधा सहज ही उपलब्ध थी. जैसे देवनागरी से तेलुगू या फिर तेलुगु से देवनागरी में किसी भी पाठ को सहज रूप में लिप्यंतरित किया जा सकता था. क्या यह सुविधा इसी रूप में आज किसी अन्य सॉफ़्टवेयर में उपलब्ध है? कविता जी द्वारा सुझाए गए उपायों में रोमन से भारतीय भाषाओं की किसी भी लिपि में लिप्यंतरण का सुविधा की बात है.


२. क्या कोई ऐसा सॉफ़्टवेयर है, जिसमें भारतीय भाषाओं की किसी भी लिपि से रोमन में लिप्यंतरण की सुविधा हो. यह सुविधा भी सीडैक द्वारा विकसित लीप ऑफ़िस या आई-लीप में सहज ही सुलभ थी.


कृपया सटीक उत्तर दें.



इस सन्दर्भ में मेरा निवेदन है कि -


पत्र के लिए धन्यवाद|

आप के पत्र में उठाए बिन्दुओं के सन्दर्भ में मुझे यह कहना है कि -


१) ----     मैं कदापि तकनीक-विशेषज्ञ नहीं हूँ अपितु हिन्दी व भारतीय भाषाओं की कम्प्यूटिंग से जुड़े प्रश्नों की दृष्टि से केवल एक साधारण प्रयोक्ता हूँ, जिसने नेट पर हिन्दी प्रयोग के संसाधनों से दो चार होते हुए जितना जिन चीजों को जाना-समझा उन्हें अधिकतम लोगों तक पहुँचाने का यत्न करती रहती हूँ ताकि अधिक से अधिक प्रयोक्ता इन नए संसाधनों के सहयोग से भारतीय विरासत को दीर्घ जीवी व सुरक्षित रखने की दिशा में छोटी से छोटी व बड़ी से बड़ी पहल कर सकें, यत्न कर सकें|


2)---- आप ने लिखा - " कविता जी द्वारा सुझाए गए उपायों में रोमन से भारतीय भाषाओं की किसी भी लिपि में लिप्यंतरण का सुविधा की बात है"



संभवतः मेरे लिखने में कोई बात संप्रेषित होने से रह गई लगती है| अन्यथा मैंने लिखा ही था कि - " यदि यह सामग्री तेलुगु के यूनिकोड फॉण्ट में टाईप है तो उसे देवनागरी में लिप्यन्तरित करना बहुत सरल है | इसके पुनः दो पक्ष हैं ...."



जिस गिरगिट टूल का मैंने उल्लेख किया है उसकी रोमन में टाईप करने जैसी कोई सीमारेखा अथवा बाध्यता नहीं है| उसमें सम्मिलित १० भाषा लिपियों में से किसी भी भाषा की लिपि ( बशर्ते वह यूनिकोड में टाईप हो) को वह चुटकियों में मनचाही लिपि में लिप्यन्तरित कर देता है|



और आप के अनुच्छेद 2) की आवश्यकता " क्या कोई ऐसा सॉफ़्टवेयर है, जिसमें भारतीय भाषाओं की किसी भी लिपि से रोमन में लिप्यंतरण की सुविधा हो", को पूरी तरह संभव कर देता है| मैं कल से आप का ईमेल पाने से अब तक किसी रोमनेतर व हिंदीतर भाषा की साईट खोजने में लगी थी, जिसने यह टूल संस्थापित किया हो, ताकि आप को प्रत्यक्ष दिखाया जा सके| संयोग से मुझे एक ऐसी साईट पंजाबी की मिल गई है, जिसकी पूरी सामग्री गुरुमुखी में है और उसने गिरगिट टूल भी संस्थापित किया हुआ है| आप स्वयं वहाँ जा कर उसे प्रत्यक्ष करें व इस टूल की सहायता से गुरुमुखी की सामग्री को चुटकियों में तेलुगु अथवा किसी भी निर्दिष्ट लिपि में लिप्यन्तरित करें| इस लिप्यन्तरण में देवनागरी अथवा रोमन की कोई बाध्यता नहीं है| मैं उसका लिंक यहाँ दे रही हूँ -


http://www.punjabiaarsi.blogspot.com/


यह गुरुमुखी में लिखा हुआ आरसी नाम का ब्लॉग है| इसके दाहिने साइडबार में Read blog in your language के नीचे अलग अलग भाषा लिपियों के नाम हैं, बस उनमें से चुन कर आप को किसी भी भारतीय भाषा को क्लिक करना है| उदाहरण के लिए आप तेलुगु को क्लिक करेंगे तो गुरुमुखी सीधे तेलुगु में लिप्यन्तरित हो जाएगी|


इसके अतिरिक्त लिप्यन्तरण संबंधी किसी संसाधन की जानकारी किसी मित्र को हो तो कृपया बाँटें|

आशा है मेरा उत्तर पर्याप्त होगा|

सद्भाव सहित
- कविता वाचक्नवी




मंगलवार, 17 नवंबर 2009

भारतीय भाषाओं में लिप्यन्तरण के संसाधन और विधियाँ





कल दी गई जानकारी और सूचना को पढ़ कर एक पाठक ने अपने पत्र में लिप्यन्तरण को लेकर कुछ प्रश्न किया है| वह प्रश्न और भी किसी के मन में हो सकता है, इसलिए अपनी जानकारी के अनुसार उसका यथासंभव उत्तर मैं यहाँ देने का यत्न करूँगी|  


आशा है, इस से विविध भारतीय भाषाओं में परस्पर आदान प्रदान की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिले तथा भारतीय भाषाओं में कम्प्यूटिंग की सुविधा अधिकतम लोगों तक पहुँच कर इसके प्रयोक्ताओं की संख्या बढ़े या अधिक कार्यसुगम होते जाने से नए प्रयोक्ताओं को भी प्रोत्साहन मिले|




एक पाठक अरुण मंडल जी ने ईमेल से पूछा है कि -




आदरणीय मैडम

आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है. धन्यवाद.
मैडम मैंने हिंदी में टाइप किया है, कृपया बताएं कि हिंदी पाठ को किस प्रकार से तेलुगु में परिवर्तित किया जाए.

धन्यवाद
अरुण कुमार मंडल









अरुण मंडल जी व उन जैसे अन्य पाठकों की सुविधा के लिए निवेदन   है कि -





जिस संसाधन की जानकारी का उल्लेख यहाँ किया गया है, वह रोमन कीबोर्ड से रोमन में टाईप करने पर वांछित लिपि में सामग्री उपलब्ध करवाता है, उदाहरणार्थ यदि आप रोमन में Arun Mandal टाईप करेंगे (हिन्दी का चयन करके) तो आप को इस संसाधन द्वारा अरुण मंडल लिखा हुआ आ जाएगा| यदि आप हिन्दी की अपेक्षा तेलुगु का चयन करते हैं (ड्रॉप डाउन मेनू में दी भाषा नामों की लिपियों में से) तो आप को Arun Mandal का तेलुगु रूप అరుణ్ మండల आ जाएगा| इस संसाधन द्वारा आपको तेलुगु में सामग्री प्राप्त करने के लिए रोमन - देवनागरी - तेलुगु का क्रम नहीं अपनाना अपितु सीधे ही रोमन - तेलुगु  करना है|







यह तो रही भविष्य में टाईप होने वाली सामग्री की वांछित लिपि में उपलब्धता की बात|








आप के ईमेल से एक आभास यह भी होता है कि आप के पास पूर्व में (भूतकाल में) कुछ सामग्री तेलुगु में टाईप की हुई रखी है और उसे आप देवनागरी में लिप्यन्तरित करना चाहते हैं| यदि ऐसा है तो उसका निदान अलग संसाधन से होगा| उसे आप इस संसाधन द्वारा लिप्यन्तरित नहीं कर सकते| उसके लिए श्री विपुल जैन और श्री आलोक कुमार के गिरगिट टूल की आवश्यकता होगी| यदि यह सामग्री तेलुगु के यूनिकोड फॉण्ट में टाईप है तो उसे देवनागरी में लिप्यन्तरित करना बहुत सरल है |


 इसके पुनः दो पक्ष हैं -






 १) -  क्या यह सामग्री किसी वेबपेज/साईट अथवा ब्लॉग पर संरक्षित है? और आप पाठकों को यथावसर उसे देवनागरी में लिप्यन्तरित करने की  सुविधा देना चाहते हैं? यदि ऐसा हो तो आप उस ब्लॉग/साईट अथवा वेबपेज  गिरगिट टूल संस्थापित कर लें | उदाहरणार्थ आप हिन्दी-भारत   अथवा  वागर्थ को देखें | इसमें मुखपृष्ठ पर (लेख से पूर्व) भाषाओं के नाम दिए हैं| आप उनमें से कोई भी एक भाषा चुन कर उस पर क्लिक करें, तुरंत पूरी की पूरी सामग्री निर्दिष्ट लिपि में लिप्यन्तरित हो जाएगी| कहने का आशय यह है कि यदि इसी प्रकार तेलुगु,तमिल अथवा अन्य लिपि वाले ब्लॉग पर यह टूल संस्थापित कर दिया जाए तो एक क्लिक से ही पूरी सामग्री लिप्यन्तरित  हो जाती है |



2)  -   यदि सामग्री किसी वेबपेज अथवा ब्लॉग आदि पर नहीं है तो उसे देवनागरी में लिप्यन्तरित करने का तरीका भी है| आप को इस लिंक  पर जा कर देवनागरी से तेलुगु का विकल्प चुन कर अपनी सामग्री को कोपी पेस्ट की सहायता से धीरे धीरे लिप्यन्तरित कर लेना है| ध्यान रहे कि यह संसाधन केवल यूनिकोड में टाईप की गई सामग्री को ही स्वीकारता है | इसकी सहायता से आप  १०  लिपियों में तुरंत वांछित परिणाम पा सकते हैं|

आशा है, इस जानकारी से आपका समाधान हो जाएगा|

सोमवार, 16 नवंबर 2009

गूगल के लिप्यंतरण (फ़ॉनेटिक ट्रांसलिट्रेशन) टूल में नई सुविधाएँ और विकल्प

गूगल के लिप्यंतरण (फ़ॉनेटिक ट्रांसलिट्रेशन) टूल में बहुत-सी नई सुविधाएँ और विकल्प

आज गूगल के ट्रांसलिट्रेशन टूल (फ़ॉनेटिक) में कई परिवर्तन किए गए हैं  जो सुविधाएँ ब्लोगर डैशबोर्ड पर बुलेट लिस्ट, नंबर लिस्ट, अलायनमेंट, एडिट एचटीएम्एल सोर्स, रिमूव फोर्मेटिंग, बोल्ड, अंडरलाइन, टेक्स्ट कलर, टेक्स्ट बैक ग्राऊंड कलर, लिंक जोड़ने, री-डू, अन-डू, इटैलिक्स  और पाठ के आकार आदि की थीं  वे सब तो जोड़ ही दी गयी हैं, इनके साथ साथ ही साथ  अब सम्बंधित भाषा का शब्दकोषबाएँ से दाहिने अथवा दाहिने से बाएँ की ओर लिखने का लिपि अनुसार विकल्प भी जोड़ दिया गया है | इतना ही नहीं यहाँ आप  वांछित लिपि में टाईप करके प्रिंट आऊट लेने की सुविधा को भी नया जुड़ा हुआ पाएँगे|  एक और महत्वपूर्ण परिवर्तन इसमें यह हुआ है कि स्वरुचि के फ़ॉन्ट्स का विकल्प भी उपलब्ध करवा दिया गया है|






 उपलब्ध फ़ॉन्ट्स हैं, यथा - 


  • नॉर्मल
  • नॉर्मल serif
  • अपराजिता,
  • एरियल यूनीकोड MS
  • मंगल



जिन भाषा लिपियों का इनमें समावेश है, वे हैं -
  1. हिन्दी
  2. अरबी          (أربيك)
  3. बंगाली         (বাংলা )
  4. गुजराती       (ગુજરાતી)
  5. कन्नड़             (ಕನ್ನಡ)
  6. मलयालम     (മലയാളം)
  7. मराठी         (मराठी)
  8. नेपाली        (नेपाली)
  9. पर्शियन       (پرشین )
  10. पंजाबी        (ਪੰਜਾਬੀ)
  11. तमिल         (தமிழ்)
  12. तेलुगु          (త్ర్లుగు )
  13. उर्दू            (اردو )


उपर्युक्त जिस भी भाषा लिपि में आप लिखना चाहते हैं,  उसे ड्रॉप डाऊन मेनू में से चुन कर  आप सीधे रोमन ( अंगरेजी ) में टाईप करते रहें, तो आप को लिखी गयी सामग्री  स्वत: वांछित लिपि में परिवर्तित होकर साथ साथ मिलती रहेगी | आप रोमन में टाईप कर के केवल भारतीय भाषा- लिपियों में ही  नहीं अपितु पर्शियन और उर्दू तक लिख सकते हैं| अब भी यदि हम भारतीय भाषाओं की सामग्री की नेट पर अनुपस्थिति / कमी को पुरने में अपना योगदान नहीं देते है, तो फिर तो हम केवल बातों के शेर हैं| यों तो  लिप्यन्तरण की यह सुविधा अरसे से है और  नेट पर हिन्दी या भारतीय भाषाओं / लिपियों के प्रयोग में अड़चन अथवा बाधा की बात ही कहना एकदम निराधार तर्क है, परन्तु अब तो आप सीधे इतने सम्पादन संसाधन से  युक्त पाठ स्वतः तैयार कर सकते हैं| तो बाँटिए यह टूल सभी को, और लग जाइए हिन्दी में लिखने के अभियान में|

( सभी भाषाओं के नाम उनकी लिपि में मैंने इसी संसाधन की सहायता से लिखे हैं ) 

नीचे उसका स्नैप शाट देखें और इस लिंक को क्लिक कर यहाँ पहुंचें